यह कहानी सुभाष नीरव के जीवन का एक आत्मकथ्य है, जिसमें वह अपने बचपन की स्मृतियाँ साझा करते हैं। उनका जन्म 1947 के भारत-पाक विभाजन के बाद एक गरीब पंजाबी परिवार में हुआ। उनका परिवार पाकिस्तान से भारत आया था और मुराद नगर में बस गया, जहां उनके पिता को आर्डनेंस फैक्टरी में काम मिला। परिवार ने विभाजन के दौरान सब कुछ खो दिया था, लेकिन उन्होंने नए जीवन की शुरुआत की। सुभाष की दादी उनके साथ रहती थीं, जिन्हें वे "भाबो" कहते थे। उनका परिवार एक छोटे से मकान में रहता था, जिसमें कई प्रकार के उपयोग होते थे। दादी ने घर के कामों में मदद की और जब तक उनकी सेहत ठीक थी, उन्होंने काम किया। सुभाष के दादा शिकार के शौकीन थे, और उनके जन्म पर उन्होंने तीतरों को आज़ाद किया था। कहानी में सुभाष के परिवार के संघर्ष, उनकी यादें और उनके अतीत के साथ जुड़ी भावनाएँ दिखाई देती हैं। यह एक संवेदनशील और गहन कहानी है, जो जीवन के कठिनाइयों और परिवार के बंधनों को उजागर करती है। मेरा जीवन वाया टुकड़ा-टुकड़ा स्मृतियाँ - 1 Subhash Neerav द्वारा हिंदी जीवनी 16.4k 3k Downloads 8.5k Views Writen by Subhash Neerav Category जीवनी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज 62 वर्ष की आयु में जीवन से जुड़े अतीत में झांकने के लिए मुझे स्मृतियों की खिड़की खोलनी पड़ती है। कोई सहजता से खुल जाती है, पर कोई नहीं खुलती, बहुत ज़ोर लगाना पड़ता है। बचपन, किशोरावस्था, जवानी और उसके बाद के गृहस्थ जीवन से जुड़े अनेक किस्से खिड़की खुलने पर जैसे ताज़ा हो उठते हैं। ये खट्टे-मीठे, भूले-बिसरे किस्से गुदगुदाते भी हैं, रोमांचित भी करते हैं, संवेदित भी करते हैं, दुख और अवसाद में भी ले जाते हैं, पर जीवन के संघर्ष का पाठ भी पढ़ाते हैं। ऐसे किस्से हर किसी के जीवने में होते हैं, आपके भी होंगे… Novels मेरा जीवन वाया टुकड़ा-टुकड़ा स्मृतियाँ आज 62 वर्ष की आयु में जीवन से जुड़े अतीत में झांकने के लिए मुझे स्मृतियों की खिड़की खोलनी पड़ती है। कोई सहजता से खुल जाती है, पर कोई नहीं खुलती, बहुत ज़ोर... More Likes This यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (2) द्वारा Ramesh Desai नकल से कहीं क्रान्ति नहीं हुई - 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh अवसान विहीन अरुणेश द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी प्रेमानंद जी : राधा-कृष्ण लीला के रसिक साधक - 1 द्वारा mood Writer जगमोहन शर्मा (अविस्मरणीय) द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी Narendra Modi Biography - 1 द्वारा mood Writer मीरा बाई : कृष्ण भक्ति की अमर साधिका - 1 द्वारा mood Writer अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी