व्रत और उपवास का पर्व-त्योहारों में विशेष महत्व है, हालांकि इनके अर्थ में थोड़ा सा फर्क है। व्रत में भोजन की बाध्यता नहीं होती जबकि उपवास में निराहार रहना आवश्यक होता है। उपवास का पालन संकल्प के साथ अन्न और जल का त्याग करके किया जाता है। यह हिंदू संस्कृति में आत्मा के शुद्धिकरण, ज्ञान की वृृद्धि, और मानसिक, वाचिक एवं शारीरिक पापों से मुक्ति के लिए महत्वपूर्ण है। उपवास से मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है, जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। सप्ताह में एक दिन उपवास रखने की सलाह दी जाती है ताकि मंगल कामनाएं पूरी हो सकें। व्रत और उपवास से पहले संकल्प लेना आवश्यक है, जो व्यक्ति की महत्वकांक्षाओं और कार्य के प्रति दृढ़ निश्चय को दर्शाता है। संकल्प के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं, जैसे प्रातःकाल उठना, मानसिक शांति की प्राप्ति का संकल्प लेना, देवी-देवताओं के प्रति ध्यान केंद्रित करना और भोजन की कल्पना से दूर रहना। इस प्रकार, व्रत और उपवास नकारात्मकता को त्यागकर सकारात्मकता की ओर ले जाते हैं। व्रत और उपवास sunita suman द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 2.2k 3.5k Downloads 13.7k Views Writen by sunita suman Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हिंदुओं में व्रत का विशेष महत्व दिया गया है। हालांकि यह विभिन्न धर्मों में अलग-अलग रूपों में मौजूद है। पौराणिक, धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यता के अनुसार व्रत करने से व्यक्ति की आत्मा का शुद्धिकरण हो जाता है, बौद्धिकता, विचार और ज्ञान की वृृद्धि की होती है। संकल्प शक्ति में मजबूती आती है। मुख्य तथ्य यह है कि इससे मानसिक, वाचिक और शारीरिक पापों से मुक्ति मिलती है। व्रत करने वाला व्यक्ति अगर अपने भीतर की अंतर आत्मा में झांककर देखता है, तो वह ईश्वर के प्रति भक्ति, श्रद्धा और विश्वास को भी दर्शाता है। ऐसा करने वाला व्यक्ति अपने कर्म-कारोबार और कार्यक्षेत्र को सबल बनाता है, तो अपनी कौशलता और कार्य-क्षमता को सुदृृढ़ करता है। इस तरह से व्रत और उपवास को अपनाने वाला व्यक्ति नकारत्मकता को त्यागकर सकारात्मक आंतरिक ऊर्जा से भर जाता है और जीवन की अन्य कामनाओं की पूर्ति सहजता के साथ कर पाता है। More Likes This वेदान्त 2.0 - भाग 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 76 द्वारा Maya Hanchate किसान क्या है हमारे देश के लिए द्वारा Poonam Kumari मंदिर, मूर्ति, धर्म और शास्त्र — एक नई दृष्टि - 2 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani कुण्डलिनी विज्ञान - 1 द्वारा Vedanta Two Agyat Agyani प्रदूषण पर निबंध द्वारा Poonam Kumari TAPASWI - CHAPTER 1 द्वारा Sagar Joshi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी