कहानी "चाहत" में एक युवक राजकोट स्टेशन पर एक बस में चढ़ता है, लेकिन उसे बैठने की जगह नहीं मिलती। वह एक स्मार्ट युवती को देखता है, जो खिड़की के पास बैठी है। युवक उससे पूछता है कि क्या वह सीट उसके लिए रिजर्व है, और युवती मुस्कराते हुए कहती है कि नहीं, वह बैठ सकता है। युवती की बुआ उसे बस पर छोड़ने आई हैं और उसे भाभी की सुरक्षा की सलाह देती हैं। युवती अकेली भावनगर जा रही है, और युवक को यह जानकर रोमांच का अनुभव होता है। बातचीत के दौरान, युवती अपनी पढ़ाई और परीक्षा के कारण यात्रा करने की बात करती है, जबकि युवक उसकी सरलता और स्वाभाविकता से प्रभावित होता है। कहानी में युवक और युवती के बीच की बातचीत और उनके बीच का आकर्षण प्रमुख है, जो यात्रा के दौरान विकसित होता है। चाहत Ajay Oza द्वारा हिंदी लघुकथा 6.8k 1.8k Downloads 6.5k Views Writen by Ajay Oza Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Hindi short story More Likes This यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan बड़े बॉस की बिदाई द्वारा Devendra Kumar Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 1 द्वारा Bikash parajuli Trupti - 1 द्वारा sach tar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी