यह नाटक "खरकाई दलमा से प्यार करती है" दो नदियों, खरकाई और सुवर्णरेखा, की कहानी है, जो एक-दूसरे से मिलकर अपने अनुभव साझा करती हैं। 1904 में, वे एक ऐतिहासिक निर्णय पर चर्चा करती हैं जब कुछ युवक, जो एक कारखाना स्थापित करना चाहते हैं, उनकी भूमि की तलाश में आते हैं। सुवर्णरेखा इस विचार को सकारात्मक रूप से देखती है, जबकि खरकाई चिंतित होती है कि उनका दोहन होगा। सुवर्णरेखा का मानना है कि नदियों का उद्देश्य जलापूर्ति करना है और इससे देश की प्रगति होगी। इस बातचीत के दौरान, दलमा पर्वत, जो इन दोनों नदियों का साक्षी है, अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है। अंततः, 1907 में, जमशेदजी टाटा के नेतृत्व में साकची में टाटा आयरन एंड स्टील कारखाना स्थापित होता है, जो भारतीय औद्योगिक क्रांति का प्रतीक बन जाता है। इस प्रकार, नाटक में नदियों की ममता और कारखाने की स्थापना के बीच संबंध को दर्शाया गया है। खरकाई दलमा से प्यार करती है Jaynandan द्वारा हिंदी नाटक 3 2k Downloads 8.2k Views Writen by Jaynandan Category नाटक पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दो नदियां दो बहनों की तरह आपस मिलती हैं और शहर में हो रहे बदलाव के बारे में बातें करती हैं। पास खड़ा एक पहाड़ उनकी जानकारी में इजाफा करता है और एक छोटी नदी से प्यार का इजहार करता है। More Likes This Age Doesn't Matter in Love - 1 द्वारा Rubina Bagawan गड़बड़ - चैप्टर 3 द्वारा Maya Hanchate चंद्रकांता - 1 द्वारा Md Sameer ओ मेरे हमसफर - 1 द्वारा NEELOMA इश्क की लाइब्रेरी। - 2 द्वारा Maya Hanchate कामवासना से प्रेम तक - भाग - 6 द्वारा सीमा कपूर Rebirth ...! - 2 द्वारा Reshma Janwekar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी