Vivah ke swaroop book and story is written by Pranjali Awasthi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Vivah ke swaroop is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. विवाह के स्वरूप Pranjali Awasthi द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1 2k Downloads 9.3k Views Writen by Pranjali Awasthi Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण Pranjali Awasthi pranjaliawasthi@gmail.com 'सुनत हो बहुरिया !!! किशन दद्दा के छोरे ने ,,,,,अअअअऊ का कहत हैं .....हाँ लब्ब मैरिज कर लई , हैंएए बड़े बनत रहे अपन को ...हाथ अही नहीं रखन देत हते कोई मोड़ी वालन को ..अब लेओ अब का करिहो जब चिड़िया चुग गई खेत ।अब होय चुकी सेवा जा बुढ़ापा मा , अब दिखिओ कुछ ही दिनन मा बा शहर की मोड़ी अलग होय जये... ऐसे ब्याह टिकत नाहीं " दयावती चाची ने घर के अंदर पाँव रखते ही अपनी सहमति के ठप्पे के संग लाई हुई बहू को आवाज लगाते ही आज की ताजा खबर More Likes This Revenge Love - Part 1 द्वारा zarna parmar Revenge by Cruel Husband - 1 द्वारा starwriter बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja डिअर सर........1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी