"इन्द्रजाल" जयशंकर प्रसाद की एक कहानी है, जिसमें एक कंजरों के दल की जीवन शैली को दर्शाया गया है। इस दल का नेतृत्व मैकू नामक व्यक्ति करता है, जो निष्ठुर और कठोर है। दल में एक गाने वाली लड़की बेला और एक बाँसुरी बजाने वाला युवक गोली हैं। बेला, जो अपनी माँ के गाने की परंपरा को आगे बढ़ाती है, गोली के साथ एक गहरे प्रेम में बंधी है। कहानी में बेला की खूबसूरती और उसकी भावनाओं का वर्णन किया गया है, जो उसके जीवन में उमंग और खुशियों का संचार करते हैं। जब गोली बेला को खोजने आता है, तो दोनों के बीच का प्रेम और उनकी भावनाएँ उभरकर सामने आती हैं। बेला, जो कि एक भिखारी की तरह अपने समस्त आशीर्वाद देने के लिए तैयार है, धीरे-धीरे भीड़ में शामिल हो जाती है। कहानी का अंत उस समय होता है जब गोली बेला के साथ फाटक के बाहर पहुँचता है और एक्का गाड़ी चलने के लिए तैयार हो जाती है, जबकि ठाकुर साहब के दरबार में नट के खेलों की प्रशंसा हो रही होती है। कहानी प्रेम, संघर्ष और मानवीय संबंधों की गहराई को प्रदर्शित करती है। ईन्द्रजाल Jayshankar Prasad द्वारा हिंदी लघुकथा 13k 10.3k Downloads 31.4k Views Writen by Jayshankar Prasad Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण इन्द्रजाल जयशंकर प्रसाद की कहानियाँ जयशंकर प्रसाद © COPYRIGHTS This book is copyrighted content of the concerned author as well as Matrubharti. Matrubharti has exclusive digital publishing rights of this book. Any illegal copies in physical or digital format are strictly prohibited. Matrubharti can challenge such illegal distribution / copies / usage in court. इन्द्रजाल गाँव के बाहर, एक छोटे-से बंजर में कंजरों का दल पड़ा था।उस परिवार में टट्टू, भैंसे और कु्रूद्गाों को मिलाकर इक्कीस प्राणी थे।उसका सरदार मैकू, लम्बी-चौड़ी हड्डियोंवाला एक अधेड़ पुरुष था। दया-माया उसके पास फटकने नहीं पाती थी। उसकी घनी दाढ़ी और मूँछों के भीतर Novels जयशंकर प्रसाद की कहानियाँ जयशंकर प्रसाद की कहानियाँ जयशंकर प्रसाद © COPYRIGHTS This book is copyrighted content of the concerned author as well as Matrubharti. Matrubharti has... More Likes This यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan बड़े बॉस की बिदाई द्वारा Devendra Kumar Age Doesn't Matter in Love - 23 द्वारा Rubina Bagawan ब्रह्मचर्य की अग्निपरीक्षा - 1 द्वारा Bikash parajuli Trupti - 1 द्वारा sach tar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी