यह व्यंग्य संग्रह "कर्मवीर बनाम फलवीर" में दो प्रकार के लोगों की चर्चा की गई है। पहले प्रकार के लोग, जिन्हें कर्मवीर कहा गया है, केवल कर्म करने के लिए बने हैं और उनके कर्मों का फल दूसरों के लिए होता है। वे निरंतर कार्यरत रहते हैं और आराम करने की बजाय कर्म को अपनी आदत बना लेते हैं। दूसरी ओर, फलवीर लोग होते हैं, जो केवल फल का आनंद लेते हैं और उनके कर्म करने का कोई अधिकार नहीं होता। इस प्रकार समाज में कर्मवीरों और फलवीरों का एक संतुलन आवश्यक है। अगर कर्मवीर नहीं होंगे तो समाज की गतिविधियाँ ठप हो जाएंगी, और फलवीरों के बिना कर्मवीरों के काम का कोई फायदा नहीं होगा। फलवीर लोग दूसरों के कर्मों का लाभ उठाते हैं और समाज में एक वर्ग विभाजन की स्थिति बनी रहती है। कहानी में यह भी बताया गया है कि यदि फलवीर लोगों को कर्म करने के लिए कहा जाए, तो वे गलत तरीके से काम करेंगे, जिससे समाज को नुकसान होगा। इस प्रकार, यह व्यंग्य समाज की इस वर्गीकरण व्यवस्था पर प्रश्न उठाता है और बदलाव की आवश्यकता को दर्शाता है। Akarmanye Vadhikaraste Vinod Viplav द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 1.6k Downloads 6.3k Views Writen by Vinod Viplav Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण व्यंग्य संग्रह अक्रमण्येऽवादिकारस्तै.. सर्ब फलैसू सदाचन... — विनोद विप्लव विशय सूची कर्मवीर बनाम फलवीर अकर्मण्ये वधिकारस्ते कृश्ण कब वादा निभायेंगे महानता का जुगाड़ ओबामा के खिलाफ भी पार्टी लड़ेगी चुनाव भारतीय चाय पार्टी चोरी मेरा काम मैं, मैं नहीं हूं मजबूत राश्ट्र के मजबूत यात्री लोकपाल बनाम भ्रश्टपाल वीर अनशनकारियों का देश तोप के मुकाबिल जूते समाज सुधार का ठेका कर्मवीर बनाम फलवीर गीतोपदेष के आधार पर कहा जा सकता है कि हमारे देष में दो तरह के लोग हैं। पहले तरह के लोगों को केवल कर्म का अधिकार है। कर्म के फल पर उनका कोई अधिकार नहीं है, जबकि More Likes This थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा pooja कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 द्वारा Roshan baiplawat समानांतर दुनिया - 1 द्वारा Mansi बाबू जी की मुक्त शैली पिटाई - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी