padhne ki rangin kala book and story is written by Dr Musafir Baitha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. padhne ki rangin kala is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पढ़ने की रंगीन कला Dr Musafir Baitha द्वारा हिंदी लघुकथा 8 1.4k Downloads 9.1k Views Writen by Dr Musafir Baitha Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण यह लघु व्यंग्य कहानी है जो ट्रेन एवं बसों में पत्र-पत्रिकाएँ मांग कर पढ़नेवाले मुफतिया पाठकों की अपनाइत भरी थूक-कलाकारी करने की लत पर बुनी गयी है। आम घटना पर यह ख़ास कहानी एक बार जो आपने पढ़नी शुरू की, शर्तिया एक साँस में ही पढ़ कर छोड़ेंगे। पढ़ कर देखिये, हाथ कंगन को आरसी क्या!!! More Likes This तलाक - 1 द्वारा aruhi लव एंड ट्रेजडी - 14 द्वारा Urooj Khan हैवानियत - 1 द्वारा aruhi अपने हिस्से का दुःख! द्वारा रेखा श्रीवास्तव Darde Mohhabat - 1 द्वारा aruhi आज की कहानी द्वारा Arya Tiwari शिववीर -The story of Love - 1 द्वारा Satyam Khaire अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी