इस कहानी में एक पिता अपने बेटे की बदलती आदतों और जीवनशैली पर व्यंग्य कर रहा है। उसका बेटा एक महंगे पब्लिक स्कूल में पढ़ता है और अंग्रेजी बोलने में माहिर है। पिता को बेटे की अंग्रेजी बोलने की क्षमता पर गर्व है, लेकिन इसके लिए उन्हें अपनी परंपरागत जीवनशैली को छोड़ना पड़ा है। बेटा घर के बाथरूम में आधुनिक सुविधाएँ चाहता है, जिसके लिए पिता को बहुत पैसा खर्च करना पड़ा। अब बेटा एक "आइस बकेट चैलेन्ज" करने का फैसला करता है, जिसमें वह अपने दोस्तों के साथ छत पर बाल्टी भर पानी डालकर खेलता है। पिता इस पर हंसते हैं और उसे समझाते हैं कि ऐसे कामों से असली मानवता की सेवा नहीं होती। पिता का यह भी मानना है कि गाँवों में पानी के कुएँ पर मानवता की सेवा होती है, जबकि आधुनिकता के नाम पर हो रहे कार्यों में कोई सार नहीं है। बेटे की मां बेटे का समर्थन करती हैं और कहती हैं कि उसकी हरकतें आगे चलकर सामान्य हो जाएंगी। कहानी में पारिवारिक संबंधों, आधुनिकता और परंपरा के बीच संघर्ष को मजेदार तरीके से प्रस्तुत किया गया है। Khatte Mithe Vyang : Chapter 5 Arunendra Nath Verma द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 5.8k 3.3k Downloads 8.3k Views Writen by Arunendra Nath Verma Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बेटे को अमरी एक्सेंट में फर फर अंग्रेज़ी बोलते देखकर संतोष होता है कि इतने महंगे पब्लिक स्कूल में पढ़ाने के पैसे वसूल हो गए. बस इसकी एक कीमत भारी पड़ी है. हमें भाषा के साथ साथ अपनी पूरी रहन सहन भी बदलनी पड़ गयी. शुरुआत बाथरूम से हुई थी जहां उसकी पसंद के क्यूबिकल, शावर और डब्ल्यू सी आदि लगवाने में इतने पैसे खर्च हो गए जितने में हमारे फ़्लैट का पूरा कायाकल्प हो जाता. फिर बाथरूम से बाल्टी मग इत्यादि निकाल कर फेंकने पड़े. पिताजी की यादगार पीतल का मुरादाबादी लोटा तो बेटे ने बरसों पहले कबाड़ी को दे दिया था. Novels खट्टे मीठे व्यंग नाम के पीछे आई ए एस के गरिमामय दुमछल्ले को जोड़ने वाले मेरे छोटे भाई की कार मेरे घर के सामने उन्होंने कई बार खड़ी देखी तो अपने कौतूहल को वे रोक नहीं पाए... More Likes This मजनू की मोहब्बत पार्ट-1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik मजनू की मोहब्बत द्वारा Deepak Bundela Arymoulik सैयारा का तैयारा द्वारा dilip kumar झग्गू पत्रकार (व्यंग सीरीज) द्वारा Deepak Bundela Arymoulik देसी WWE - गांव के पहलवान बनाम विलायती दंगल ! - 1 द्वारा sachim yadav कॉमेडी का तड़का - 1 द्वारा Kaju Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 3 द्वारा Sakshi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी