"खट्टे मीठे व्यंग" अरुणेन्द्र नाथ वर्मा द्वारा लिखित एक व्यंग्य संकलन है, जिसमें विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर व्यंग्यात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। "अनूठा एन जी ओ" शीर्षक के तहत, लेखक एक ऐसे व्यक्ति की कहानी सुनाते हैं जो एक प्रभावशाली एन जी ओ से जुड़ा हुआ है। वह व्यक्ति लेखक के छोटे भाई की सरकारी कार को देखकर उसके बारे में जानने के लिए उत्सुक होता है। लेखक यह बताते हैं कि कैसे समाज में उच्च पदों पर बैठे लोग साधारण शिक्षकों और प्रोफेसरों से दूर रहते हैं, लेकिन सरकारी कार के कारण उन्हें सम्मान मिलता है। उस व्यक्ति ने लेखक से मुलाकात की और अपने एन जी ओ के कार्यों के बारे में बताया। वह अपनी मर्सिडीज जैसी महंगी कारों को दिखाते हुए कहता है कि ये कारें आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए जरूरी हैं। लेखक उस व्यक्ति से पूछता है कि उनका एन जी ओ किस प्रकार की समस्याओं पर काम कर रहा है, और वह व्यक्ति बताता है कि ऐसे कई एन जी ओ हैं जो सामाजिक मुद्दों पर कार्यरत हैं, लेकिन उसकी संस्था का ध्यान विशेष समस्याओं पर नहीं है। कहानी में व्यंग्य के माध्यम से सामाजिक वर्गों के बीच की खाई और एन जी ओ की वास्तविकता को उजागर किया गया है। Khatte Mithe Vyang : 1 Arunendra Nath Verma द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 6 3.8k Downloads 10.6k Views Writen by Arunendra Nath Verma Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नाम के पीछे आई ए एस के गरिमामय दुमछल्ले को जोड़ने वाले मेरे छोटे भाई की कार मेरे घर के सामने उन्होंने कई बार खड़ी देखी तो अपने कौतूहल को वे रोक नहीं पाए. भाई को अपने रुतबे से जलने वालों की ऐसी हाय लगी थी कि कार की छत से नीली बत्ती को बेमन से हटाना पड़ गया था. पर उस टीस को कार के पीछे लाल अक्षरों में लिखे ‘भारत सरकार‘ ने किसी हद तक कम कर दिया था. उसी को देखकर इन सज्जन ने मुझसे “सांवरे से सखी, रावरे को हैं?’ वाले अंदाज़ में उस सरकारी कार के मालिक से मेरे सम्बन्ध के बारे में पूछ डाला. Novels खट्टे मीठे व्यंग नाम के पीछे आई ए एस के गरिमामय दुमछल्ले को जोड़ने वाले मेरे छोटे भाई की कार मेरे घर के सामने उन्होंने कई बार खड़ी देखी तो अपने कौतूहल को वे रोक नहीं पाए... More Likes This Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 3 द्वारा Sakshi Devkule मोहब्बत की दास्तान - 1 द्वारा Vishal Saini शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1 द्वारा saif Ansari हास्यास्त्र भाग–१ द्वारा Bhaveshkumar K Chudasama थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी