Pyaaz Raag book and story is written by Sandeep Meel in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pyaaz Raag is also popular in Comedy stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. Pyaaz Raag Sandeep Meel द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 3 1.1k Downloads 5k Views Writen by Sandeep Meel Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण प्याज़ राग व्यंग्य संदीप मील बस प्यारे, अपने तो वारे के न्यारे हो गये। पिछले दिनों हथेली में खाज चली और पांच बोरे प्याज़ खरीद मारे। फिर क्या था, अब तो नौकरी वोकरी छोड़कर प्याज बेचने का काम शुरू करना है। कितना दूरदर्शी हूं मैं भी, कम से कम केन्द्रीय कृषि मंत्री तो बनने लायक हूँ ही। सरकार अब प्याज़ खुद बेचने के चक्कर में है मगर हम भी कम पढ़े लिखे बनिये नहीं हैं। हम अब प्याज़ नहीं बेचेंगे, हमारा प्याज़ बाजार में आते ही बाजार भाव ही खराब हो जायेगा। हम प्याज़ पूरा तीन सौ रूपये किलो में More Likes This मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा pooja कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 द्वारा Roshan baiplawat समानांतर दुनिया - 1 द्वारा Mansi बाबू जी की मुक्त शैली पिटाई - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) चरणनंदन का अभिनंदन - 1 द्वारा Tripti Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी