Murari kahu ki shakil book and story is written by Sandeep Meel in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Murari kahu ki shakil is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मुरारी कहुं की शकील Sandeep Meel द्वारा हिंदी लघुकथा 1 1.6k Downloads 6.8k Views Writen by Sandeep Meel Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मुरारी कहूं कि शकील कंधे पर नीला झोला, पैरों में टूटी चप्पलें, एक काली कम्बल, लम्बी दाड़ी, मैले—कुचैले कपड़े और कान में टंगी कलम वाले बंदे को मैं ‘मुरारी' कहता हूं। वैसे तो उसका कोई नाम ही नहीं है। उसका मन किया, तो आप मोहन कहेंगे तब भी बोल जाएगा और रफीक कहेंगे तब भी। अगर नहीं मन किया तो महाराणा प्रताप कहने पर भी नहीं बोलेगा। लेकिन पहले दिन से मैं उसे मुरारी ही कहता हूं और वह बोल जाता है। उसे देश—विदेश से लेकर गली—मोहल्ले तक की सब खबरें याद है, हरदम अखबार ही पढ़ता रहता है। घर—बार More Likes This दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी