Khamosh Parchhaiya - 6 book and story is written by Kabir in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Khamosh Parchhaiya - 6 is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. खामोश परछाइयाँ - 6 Kabir द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 402 1.1k Downloads 2.8k Views Writen by Kabir Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रिया ने हवेली की पुरानी अलमारी से एक आईना निकाला। धूल हटाते ही उस पर दरारें उभर आईं, और उनमें उसे अपनी माँ संध्या का चेहरा दिखाई दिया।वो चौंक गई — "अम्मी… यहाँ?"आईने से धीमी आवाज़ आई, “रिया… वो जो कहानी तू पढ़ रही है, उसमें तेरा नाम भी लिखा है।”रिया का दिल जैसे थम गया। उसने डायरी खोली — आख़िरी पन्ने पर लिखा था:“अगर ये सच किसी को मिले, तो जान लेना कि ज़ोया का गुनाह उसका नहीं… मेरा था।”अचानक हवा का झोंका आया, और कमरे की लाइटें बुझ गईं।दीवार पर एक परछाई बनी — वही अर्जुन की रूह।अर्जुन Novels खामोश परछाइयाँ दिल्ली का सेंट मैरी कॉलेज। गर्मियों का पहला दिन। नए सेशन का पहला दिन हमेशा हलचल भरा होता है। हॉस्टल में नए चेहरे, कैंटीन में भीड़, और हर किसी में कॉल... More Likes This कृष्णा कैफ़े - भाग 2 द्वारा Raj Phulware दर्पण - भाग 1 द्वारा Raj Phulware अंजान - 1 द्वारा Raj Phulware अंधेरी गुफा - 1 द्वारा Wow Mission successful SIHR - 1 द्वारा FARHAN KHAN अभिसप्त जिंदगी द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी निशांत ब्लॉगर - भाग 1 द्वारा Raj Phulware अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी