the Tortoise and the Hare book and story is written by Bikash parajuli in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. the Tortoise and the Hare is also popular in Animals in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कछुआ और खरगोश Bikash parajuli द्वारा हिंदी जानवरों 329 753 Downloads 2k Views Writen by Bikash parajuli Category जानवरों पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हरे-भरे जंगल में तरह-तरह के जानवर रहते थे। हर कोई अपनी-अपनी दुनिया में खुश था। उन्हीं में से दो थे – एक खरगोश और एक कछुआ।खरगोश अपनी तेज़ दौड़ने की क्षमता पर बहुत घमंड करता था। वह जंगल के हर जानवर से कहता –“मुझसे तेज़ तो कोई दौड़ ही नहीं सकता। अगर कोई चाहे तो आकर मुझे चुनौती दे।”दूसरी ओर, कछुआ बहुत शांत और धैर्यवान था। वह धीरे-धीरे चलता था, पर कभी रुकता नहीं था। उसे खरगोश का घमंड और दूसरों का मज़ाक उड़ाना अच्छा नहीं लगता था।एक दिन खरगोश ने कछुए को देखकर ठहाका लगाया और बोला –“अरे धीरे More Likes This कुतिया - 1 द्वारा Baalak lakhani पोर्टर द्वारा Dr Darshita Babubhai Shah डोगी का प्रेम - 1 - चेहरे के भाव पढ लेते है श्वान द्वारा Captain Dharnidhar मलंगी ने द्वारा राजनारायण बोहरे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी