"अब तुम्हें स्वयं को उन लोगों के बीच देखना होगा —जो बिना ज्ञान, बिना शक्ति,फिर भी सबसे संपूर्ण होते हैं।"--- मानवकुल – साधारण लोग, असाधारण दृष्टिगाँव के लोग मुस्करा रहे थे।उनकी आँखों में भय नहीं,बल्कि एक सीधा अपनापन था।एक">

महाशक्ति - 46 Mehul Pasaya द्वारा पौराणिक कथा में हिंदी पीडीएफ

MAHAASHAKTI द्वारा  Mehul Pasaya in Hindi Novels
वाराणसी की तंग गलियों में अर्जुन का छोटा सा घर था, जहाँ वह अपनी पत्नी सुमन और छह साल के बेटे मोहन के साथ रहता था। एक साधारण मजदूर, जो सुबह काम पर जाता...

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