Dahej Ki Mandi Me Bikta Baap book and story is written by अभिषेक मिश्रा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Dahej Ki Mandi Me Bikta Baap is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दहेज कि मंडी में बिकता बाप Abhishek Mishra द्वारा हिंदी महिला विशेष 1.1k 1.3k Downloads 3.4k Views Writen by Abhishek Mishra Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दहेज की आग में झुलसा एक पिता का अरमान, सुनिए उसकी करुण पुकार....... न बेटी का दोष, न बाप की भूल, फिर क्यों सजा मिले ये धधकती धूल? जन्म लिया बेटी ने जिस क्षण घर में, वहीं जल उठी चिता बाप के स्वर में। हर वर्ष गिनता वो साँसों की गिनती, गहनों में डूबे समाज की नीयती। बनिए से उधारी, किसान से खेत, बाप बेच आया सब—खुद की रीत। नयनों में सपना, हृदय में घाव, दहेज की रक़म बना बाप का भाव। घर को जो थामे था दीवार-सा, वही आज बिखर गया समाचार-सा। ये कविता नहीं, More Likes This फूल की किस्मत - 1 द्वारा KANKSHA VASNIK जहरीला घुंगरू - भाग 1 द्वारा Raj Phulware अनकही मोहब्बत - 6 द्वारा Kabir इंतेक़ाम - भाग 17 द्वारा Mamta Meena तन्हाई - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik शंम्मो जान भाग- 1 द्वारा Lakshmi छवि भाग- 3 द्वारा Lakshmi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी