N Dekha, N Suna - 3 book and story is written by Brijmohan sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. N Dekha, N Suna - 3 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
न देखा, न सुना - 3
Brijmohan sharma
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
Five Stars
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विवरण
11 निशुल्क भोजन ,निशुल्क आवास सुविधा रमणाश्रम मे भक्तों के लिए दोनों समय निशुल्क नाश्ता व भोजन की व्यवस्था रहती है । पहले गरीब भिखमंगों, साधुओं को सेवा प्रदान की जाती है फिर भक्तों की सेवा की जाती है । किसी से किसी प्रकार के धन की मांग नही की जाती । किंतु भक्तों का कर्तव्य है कि ऐसे पुण्यकर्म मे दिल खोलकर दान दें । रमणाश्रम मन ठहरने के लिए पूर्व अनुमति आवश्यक है । 12 धर्म जाति का भेद नहीं भगवान महर्षि के सामने धर्म व जाति का किंचित भैदभाव नहीं था । जब सब भोजन करने
मेरी आयु 80 पार हो चुकी है | मै अपनी आयु के अंतिम आयुखंड मे हूँ |
मुझे नाम यश या धन मे रुचि नहीं है | ऐसे मे मेने अपने सबसे प्रिय विषय मेरे सद्गुरु...
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