Idhar Udhar ki - 5 book and story is written by किशनलाल शर्मा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Idhar Udhar ki - 5 is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
इधर उधर की - 5
Kishanlal Sharma
द्वारा
हिंदी कुछ भी
489 Downloads
1.5k Views
विवरण
मैं अकेला उनके चेम्बर के बाहर खड़ा था।वह लंच खत्म होने पर आए।उस समय उतर पश्चिम रेलवे के सी सी एम विजय कुमार थे।उनसे मिलने के लिये लोग आ जा रहे थे।वह भी दो तीन बार निकलकर बाथ रूम गए थे।और खड़े खड़े 5 बज गए थे। 5 बजते ही बाबू लोग अपनी सीट छोड़ने लगते है।तब मैंने शुक्ला से पूछा,"क्या मैं मिल लू साहब सेवह बोला,"चले जाओऔर मैं चेम्बर में चला गया।मेरे नमस्ते करते ही बोले"मैं काफी देर से आपको देख रहा हूँतब मैंने अपना परिचय देते हुए उन्हें आने का कारण बताया।वह बोले,"मैने तो फ़ाइल उसी समय sign
इधर उधर की में मैं अपने वो अनुभव या घटनाएं शेयर करूंगा जिनका मैं चश्मदीद रहा या जिनको मैने सुनाप पहले मैं आपको सन2008 की घटना सुनाता हूँ।
उस समय मे...
उस समय मे...
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी