Towards the Light – Reminiscence book and story is written by Pranava Bharti in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Towards the Light – Reminiscence is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
उजाले की ओर –संस्मरण
Pranava Bharti
द्वारा
हिंदी सामाजिक कहानियां
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विवरण
नमस्कार पाठक मित्रों जिंदगी सुख और दुख का दूसरा नाम है। जीवन में समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता । किस्मत और हालात बदलते देर नही लगती है। फिर भी हम सुख का समय आसानी से बिता लेते हैं। जब जिंदगी में सब अच्छा अच्छा ही चल रहा हो तो हमें मालूम ही नहीं चलता कि समय कैसे उड़ कर निकल जाता है। परन्तु जब समय अनुकूल नहीं हो तो हालात हमें कमजोर और निराशावादी बना देते हैं। ऐसा लगता है कि हमारी जिंदगी अब ठीक नहीं हो पाएगी। परन्तु ऐसा नहीं होता है। हर रात के बाद सुबह होती
मित्रों ! प्रणाम जीवन की गति बहुत अदभुत है | कोई नहीं जानता कब? कहाँ?क्यों? हमारा जीवन अचानक ही बदल जाता है ,कुछ खो जाता है ,कुछ तिरोहित हो जाता है |...
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