Manzile - 9 book and story is written by Neeraj Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Manzile - 9 is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मंजिले - भाग 9 Neeraj Sharma द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 4 135 Downloads 426 Views Writen by Neeraj Sharma Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ------खैर हो ---- चलती का नाम गाड़ी है। बेशर्म लोग कुछ नहीं समझ सकते। बस कही भी पैसे बचते है, छोड़ते नहीं है, भोजन फ्री का....चावल इतना खा गए, उस वक़्त, कि पूछो मत। चलना दुर्लभ हो गया। कड़ी चावल कही भी दिख जाए, जम कर खाये। शुदाई हो जाते है, कया करे। भंडारा चले तो खाना तो बने ही... हम जैसे नहीं खाये, तो फिर कौन खाये ---बस यही सोच के हम खा लेते है। भंडारा जो होये, हम लोगों के लिए विशेष होता है। कया समझें हो, हम कुलीन ब्राह्मण है.. Novels मंजिले बात उन दिनों की है, एक मकान बना कर रहना, एक मिसाल और योग्यता थी। मकान अगर मंजिले हो, तो कया बात, बहुत अमीर समझे जाने वाला शक्श....." हाहाहा, "... More Likes This मंजिले - भाग 9 द्वारा Neeraj Sharma ज्वार या भाटा - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz तेरी मेरी यारी - 5 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आखेट महल - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil कहानी फ्रेंडशिप की - 1 द्वारा Shahid Raza मीरा प्रेम का अर्थ - 3 - माधव की मीरा द्वारा sunita maurya द्वारावती - 41 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी