dialogue book and story is written by किशनलाल शर्मा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. dialogue is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. संवाद Kishanlal Sharma द्वारा हिंदी कुछ भी 267 Downloads 759 Views Writen by Kishanlal Sharma Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण (नैतिकता अनैतिकता के प्रश्नों को रेखांकित करती पौराणिक प्रसंग पर आधारित काल्पनिक कथा)मैं सुहागसेज पर घूँघट निकालकर बैठी पति के आने का इन तजार कर रही थी।प्रथम मिलन की रात्रि मन मे उत्सुकता, कौतूहल था।न जाने क्या होगा?वह कैसा व्यवहार करेगा।स्वभाव कैसा है, उसका।एक तरफ मन मे अनेक प्रश्न उठ रहे थे।दूसरी तरफ मन पिया से प्रथम मिलन के लिए बेचैन था।ज्यो ज्यो रात सरक रही थी।अधीरता बढ़ती जा रही थी।और बेचैनी भी।क्या प्रथम मिलन की रात्रि को ही कोई अपनी प्रियतमा को इतना तड़पाता हैं।आखिर इन तजार की घड़ियां खत्म हुई और उसने सुहाग कक्ष में प्रवेश किया था।उसके More Likes This मंजिले - भाग 8 द्वारा Neeraj Sharma मनस्वी - भाग 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh अनमोल मोती द्वारा DINESH KUMAR KEER टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 5 द्वारा Sonu Kasana History of Kashmir.... - 1 द्वारा pooja भारत का ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सफर - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana अनसुनी दास्तां..... 1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी