Mahatma aur Gandhi book and story is written by Dr Mukesh 'Aseemit' in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mahatma aur Gandhi is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. महात्मा और गांधी Dr Mukesh Aseemit द्वारा हिंदी कुछ भी 360 Downloads 1.9k Views Writen by Dr Mukesh Aseemit Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण महात्मा और गांधी रात सपने में गांधी जी ने दर्शन दिए । सच पूछो तो मैंने पहचाना नहीं ,न तो चश्मा..,न लाठी.., धोती भी फटी हुई,साथ में तीन बन्दर भी नहीं थे , चरखा भी नहीं ,बताओ भला कैसे पहचानता । बस कमर झुकी हुई थी ।मेरे पास आकर बैठ गए। मुंह से अंतिम बार बोले गए शब्द ‘हे राम’... ही निकल रहे थे ।बस इन शब्दों से मैंने अनुमान लगाया की गांधी जी ही हैं । बड़े दुखी नजर आ रहे थे ,कह रहे थे, ;’इन देशवासियों से मुझे ये आशा नहीं थी, मुझे महात्मा बना दिया, मुझे राष्ट्रपिता More Likes This मंजिले - भाग 8 द्वारा Neeraj Sharma मनस्वी - भाग 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh अनमोल मोती द्वारा DINESH KUMAR KEER टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 5 द्वारा Sonu Kasana History of Kashmir.... - 1 द्वारा pooja भारत का ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सफर - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana अनसुनी दास्तां..... 1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी