Nusarat - 4 - Last Part book and story is written by Pradeep Shrivashtava in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Nusarat - 4 - Last Part is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. नुसरत - भाग 4 (अंतिम भाग) Pradeep Shrivastava द्वारा हिंदी महिला विशेष 750 Downloads 2k Views Writen by Pradeep Shrivastava Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण भाग 4 “वास्तव में यह बात खुली ऐसे कि, एक बार ऐसी ही एक पार्टी में झगड़ा हो गया। सब के सब नशे में तो थे ही। उनकी गाली-गलौज, हुड़दंग से पड़ोसी जाग भी सकते हैं, उन सब ने ऐसा सोचा ही नहीं। “मंडली की हरकतों से परेशान पड़ोसियों ने उस दिन पहले इन सबको मारा, फिर पुलिस बुलाने जा रहे थे। लेकिन इन सब के बहुत हाथ-पैर जोड़ने पर पुलिस तो नहीं बुलाई, लेकिन स्वयं जितना टाइट कर सकते थे, उतना कर दिया। उन्हीं पड़ोसियों में से एक का दोस्त विरोधी मंडली में है। वहीं से सारी बातें आगे Novels नुसरत नुसरत मिठाई का डिब्बा लिए हुए के.पी. साहब के चैंबर के सामने पहुँची। अर्दली कुर्सी पर बैठा मोबाईल में व्यस्त था। नुसरत ने उससे पूछा, “साहब बैठे हैं क्य... More Likes This चौबोली रानी - भाग 5 द्वारा Salim चुप्पी - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey मुक्त - भाग 3 द्वारा Neeraj Sharma शोहरत का घमंड - 99 द्वारा shama parveen नशे की रात - भाग -1 द्वारा Ratna Pandey मंजिले - भाग 6 द्वारा Neeraj Sharma जरूरी था - 1 द्वारा Komal Mehta अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी