उत्तरायण - 2 Choudhary SAchin Rosha द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

Uttrayan द्वारा  Choudhary SAchin Rosha in Hindi Novels
१. स्त्रीत्व

पूछता हूं मैं जग से आज ललकार कर

क्या करते हो संदेह तुम उस अद्वितीय फनकार पर

हस्तक्षेप इस श्रृष्टि की रचना में

मुझे बताओ तुम...

अन्य रसप्रद विकल्प