kya arakshan abhi bhi zaruri he? book and story is written by SUNIL ANJARIA in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. kya arakshan abhi bhi zaruri he? is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. क्या आरक्षण अभी भी ज़रूरी है? SUNIL ANJARIA द्वारा हिंदी कुछ भी 423 Downloads 1.1k Views Writen by SUNIL ANJARIA Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण क्या आरक्षण अब भी आवश्यक है? शुरू में ही एक स्पष्टता। मैं ज्ञातिवाद में नहीं मानता। ईश्वर एक से ही शरीरों को जन्म देता है।सरखे यानि सरखे। किसीको भी कोई भी कारण से कुछ भी ज्यादा नहीं। आरक्षण जब दिया गया था, तब शायद सही होगा, अब 76 साल बाद , 5 पीढ़ीओ के बाद नहीं है। आरक्षण ज्ञातिओं के बीच की खाई ज्यादा चौड़ी करता है।एक मित्रने लिखा था , देश का आधा नौकरी करने वाला वर्ग कर्ज में डूबा है। दिखावे से ज्यादा उसकी मजबूरी है।यह आधा वर्ग बेचारा सवर्ण मध्यम वर्ग है। अब सरकारी नौकरियां करीब सौ More Likes This बच्चों में डाले गर्भ से संस्कार - 1 द्वारा नीतू रिछारिया Dark Forces And Dark Energy - 2 द्वारा Krishz वैश्विक परिवर्तन में मीडिया की भूमिका द्वारा Sudhir Srivastava मां कब आयेगी - भाग 1 द्वारा Dr.Dixit गर्मियों में भी खिलें फूल द्वारा S Sinha सामूहिक सेवा से व्यक्तिगत लाभप्रदता तक द्वारा GUNAVATHI BENDUKURTHI पूर्ण जनम ( एक इंतकाम ) - 1 द्वारा .... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी