your eyes understood book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. your eyes understood is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. आपकी नजरों ने समझा DINESH KUMAR KEER द्वारा हिंदी कुछ भी 633 Downloads 2.1k Views Writen by DINESH KUMAR KEER Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1.साथ रहते यूँ ही वक़्त गुजर जायेगा,दूर होने के बाद कौन किसे याद आयेगा,जी लो ये पल जब हम साथ हैं दोस्तों,कल क्या पता वक़्त कहाँ ले के जायेगा...2.मेरे दिल का दर्द किसने देखा है, मुझे बस खुदा ने तड़पते देखा है, हम तन्हाई में अकेले बैठे रोते हैं पर लोगों ने हमें महफ़िल में हँसते देखा है ।3.ज़िन्दगी में एक पल भी सुकून न पाया दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा नपाया तेरे दिए ज़ख्मो को प्यार समझते रहे तेरे धोके में आके किसी से दिल न लगाया ।4.थामा था हांथ सोचकर की शायद सफर लंबा होगा More Likes This THIEF BECOME A PRESEDENT - PART 2 द्वारा saif Ansari Life - Part 1 द्वारा ᴀʙнιsнᴇκ κᴀsнʏᴀᴘ छत्रपति शिवाजी - भाग 1 द्वारा Shrishti Kelkar कोइयाँ के फूल - 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh कारवाॅं - 1 द्वारा Dr. Suryapal Singh Shyari form Guri Baba - 1 द्वारा Guri baba पहली ग्रामोफोन रिकॉर्ड वाली गायिका गौहर जान द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी