unspoken wish book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. unspoken wish is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अनकही ख्वाहिश DINESH KUMAR KEER द्वारा हिंदी कुछ भी 834 Downloads 2k Views Writen by DINESH KUMAR KEER Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 1. गजलहम पर जो लगाए गए, वो इल्जाम बहुत हैंतुम दूर रहना हमसे, हम बदनाम बहुत हैं गैरों के साथ घूमे वो, कई शाम और शहरअब लौट आए घर, तो कोहराम बहुत हैआओ हुजूर बैठो, महफिल में तुम कभीबहलेगा दिल तुम्हारा, हां इंतजाम बहुत हैउन पर सितारे क्या मढ़े, लगा जहान पा गएहमको तो मिल रहें, जो वो मुकाम बहुत हैं 2. खुद को खुदा समझना तो आखिर, कितना सरल लगता हैऔरों को नीचे गिराना हो तो आखिर, कितना बल लगता हैजिन पर तख्तो ताज के रहम हो, वो ये सब कर सकते हैं हमसे ना होगा काम ये सब More Likes This अनमोल मोती द्वारा DINESH KUMAR KEER टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 5 द्वारा Sonu Kasana History of Kashmir.... - 1 द्वारा pooja भारत का ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का सफर - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana अनसुनी दास्तां..... 1 द्वारा pooja दोहें का साहित्यिक विवेचन - 1 द्वारा Sonu Kasana सोते-सोते जग गए। द्वारा Sonu Kasana अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी