guru-disciple book and story is written by दिनेश कुमार in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. guru-disciple is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गुरु - चेला DINESH KUMAR KEER द्वारा हिंदी लघुकथा 2.1k Downloads 6.4k Views Writen by DINESH KUMAR KEER Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण गुरु गुड़ और चेला शक्करमनु के माता - पिता बचपन में ही मर चुके थे। वह एक आश्रम में रहता था। आश्रम के महात्मा एक अच्छे तांत्रिक और बहुत ही सिद्ध पुरुष थे। उनकी प्रसिद्धि बहुत दूर - दूर तक फैली थी। महात्मा को मनु से विशेष लगाव था। वह हमेशा उसे अपने साथ रखते थे। आसपास के लोग उसे गुरु जी का चेला के नाम से जानने लगे। महात्मा जी ने उसे कुछ तंत्र - मंत्र भी बता दिए थे। मनु उनके प्रति पूर्ण निष्ठावान हो गया था।एक दिन चेले ने जिद करते हुए कहा, "गुरु जी मुझे श्मशान More Likes This नौकरी द्वारा S Sinha रागिनी से राघवी (भाग 1) द्वारा Asfal Ashok अभिनेता मुन्नन द्वारा Devendra Kumar यादो की सहेलगाह - रंजन कुमार देसाई (1) द्वारा Ramesh Desai मां... हमारे अस्तित्व की पहचान - 3 द्वारा Soni shakya शनिवार की शपथ द्वारा Dhaval Chauhan बड़े बॉस की बिदाई द्वारा Devendra Kumar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी