Two promises... book and story is written by Sanjay Nayak Shilp in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Two promises... is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दो वादे... Sanjay Nayak Shilp द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 2.1k 3k Downloads 8k Views Writen by Sanjay Nayak Shilp Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दो वादे.....ट्रेन अपनी गति से उसके गाँव की ओर बढ़ी चली जा रही थी। रंजना पूरे तेरह साल बाद गाँव जा रही थी। उसके पिताजी अपने अंतिम साँसें ले रहे थे। उसने अपनी आँखें बंद करके सर को बर्थ के पीछे की दीवार से टिका दिया था। तेरह साल पुरानी यादें उसकी आँखों के आगे घूम रही थीं ।********"ए सरजू….सुन तुझसे एक बहुत जरूरी बात करनी है।" उसने सरजू से कहा।"बोलो छोटी मालकिन ….हमसे का काम है?" "सरजू, हम दोनों बचपन के दोस्त हैं, जानता है न तू….सुन मुझे तुझसे प्यार है...मैं तुझसे बहुत प्रेम करती हूँ। मेरे बाबा मेरी More Likes This Last Benchers - 1 द्वारा govind yadav जेन-जी कलाकार - 3 द्वारा Kiko Xoxo अंतर्निहित - 1 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave वो जो मैं नहीं था - 1 द्वारा Rohan रुह... - भाग 7 द्वारा Komal Talati कश्मीर भारत का एक अटूट हिस्सा - भाग 1 द्वारा Chanchal Tapsyam बीते समय की रेखा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी