मंजिल अपनी अपनी - 2 Awantika Palewale द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Manzil Apni Apni द्वारा  Awantika Palewale in Hindi Novels
मोहन खासते-खासते बोला दरवाजा खोलो सूरज बेटा।
चंदा एकदम बौखला गई उसको लगा इस वक्त कौन आया होगा।

मोहन बोला मैं चाचा मोहन आया हूं।
चंदा झलाए हुए स्व...

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