Precious Guru Dakshina book and story is written by Rakesh Rakesh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Precious Guru Dakshina is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अनमोल गुरु दक्षिणा Rakesh Rakesh द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 5 1.8k Downloads 5.1k Views Writen by Rakesh Rakesh Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बरसों से संभाल कर रखा ₹1 खर्च करने के बाद लुकमान दर्जी साहब अपनी बेगम और बेटी बेटे से इतना झगड़ा करते हैं कि तुमने मेरा बरसों से संभल कर रखा ₹1 क्यों खर्च किया।आस पड़ोस के लोग उनके घर के नौकर भी सोचते हैं कि लुकमान दर्जी साहब के घर में पैसों की कमी ना होने के बावजूद परिवार वालों से ₹1 के लिए इतना झगड़ा कर रहे हैं, शायद बुढ़ापे में इनका दिमाग कमजोर हो गया है।और जब उनका गुस्सा शांत नहीं होता है तो उनके परिवार की सबसे बुजुर्ग पुरानी वफादार ईमानदार नौकरानी जिसको लुकमान दर्जी साहब More Likes This सामने वाले की पहचान द्वारा Ashish Comfirt Zone द्वारा Ashish मंजिले - भाग 1 द्वारा Neeraj Sharma दादीमा की कहानियाँ द्वारा Ashish तीन दोस्त ( ट्रेलर) द्वारा Varun Kumar एक महान व्यक्तित्व - 1 द्वारा krick बुजुर्गो का आशिष -1 द्वारा Ashish अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी