युद्ध कला - (The Art of War) भाग 4 Praveen kumrawat द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें कुछ भी किताबें युद्ध कला - (The Art of War) भाग 4 The Art of War - 4 book and story is written by Praveen Kumrawat in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. The Art of War - 4 is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. युद्ध कला - (The Art of War) भाग 4 Praveen kumrawat द्वारा हिंदी कुछ भी 1.6k 2.9k 2. युद्ध की तैयारीयुद्ध से पहले हमें उसकी लागत का पता लगा लेना चाहिए। सून त्जु के अनुसार युद्ध संचालन में जहां द्रुत गति से दौड़ने वाले एक हजार रथ हों, सुरक्षा कवच पहने हुए एक लाख सैनिक हों, ...और पढ़ेपास एक हजार कोस चलने तक की रसद हो, साथ ही छावनी तथा सरहद पर खर्च करने के लिए पर्याप्त धन हो, जिसके द्वारा आने-जाने वाले अतिथियों की आव भगत भी हो सके, छोटी-छोटी आवश्यक वस्तुएं जैसे गोंद, रंग-रोगन तथा रथों एवं सुरक्षा कवचों पर किया जाने वाला खर्च सब मिलाकर प्रतिदिन एक हजार चांदी के सिक्कों के बराबर आएगा। कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें युद्ध कला - (The Art of War) भाग 4 युद्ध कला (The Art of War) - उपन्यास Praveen kumrawat द्वारा हिंदी कुछ भी (63) 30.8k 56.2k Free Novels by Praveen kumrawat अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी