सैयद अब्बास - 2 Dear Zindagi 2 द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Saiyad Abbas द्वारा  Dear Zindagi 2 in Hindi Novels
उन्होंने कहा था कि अपनी शायरी का जितना मुन्किर मैं हूँ, उतना मुन्किर मेरा कोई बदतरीन दुश्मन भी ना होगा।
कभी कभी तो मुझे अपनी शायरी बुरी, बेतुकी लगती...

अन्य रसप्रद विकल्प