Saint Dnyaneshwar (Jnyandev) book and story is written by Praveen Kumrawat in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Saint Dnyaneshwar (Jnyandev) is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. संत ज्ञानेश्वर (ज्ञानदेव) Praveen kumrawat द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 4 2.7k Downloads 6.5k Views Writen by Praveen kumrawat Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 'हे ज्ञानियों के गुरु, राजाओं के महाराजा! आप ज्ञानदेव कहलाते हैं, इस महत्ता को मैं पामर क्या समझु। पैरों की जूती का पैरो में ही रहना ठीक है । ब्रह्मा आदि भी जब आप पर बलिहारी जाते है तब दूसरे आप की तुलना में कितना ठहरेंगे? . . . . . . मैं योग का घर नहीं जानता हूँ, इसलिये चरणों पर मस्तक रखता हूँ।' — संत तुकाराम जीज्ञानदेव मराठी सन्त-साहित्य क्षेत्र के सम्राट स्वीकार किये जा सकते है। उन्होने ज्ञान और भक्ति की एकता सिद्धि से भागवत धर्म की उपासना की। उनकी ज्ञानेश्वरी भागवत धर्म की अनुपम व्याख्या-निधि हैं। More Likes This छावां - भाग 1 द्वारा Little Angle मुक्त - भाग 1 द्वारा Neeraj Sharma महाभारत की कहानी - भाग 1 द्वारा Ashoke Ghosh बुजुर्गो का आशिष - 3 द्वारा Ashish स्पंदन - 1 द्वारा Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 द्वारा Renu चैनल की डिश वाला भूत द्वारा Aariz Billan अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी