Extingguished the lamp of your name book and story is written by Sharovan in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Extingguished the lamp of your name is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बुझा आई तेरे नाम के दिए Sharovan द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 1.3k Downloads 3.3k Views Writen by Sharovan Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बुझा आई तेरे नाम के दिए *** 'तुम्हें साड़ी बहुत अच्छी लगती है. जींस आदि नहीं पहना करती हो?' 'हमारे घर और गाँव में लड़कियां केवल साड़ी और सलवार-कुरता ही पहना करती हैं, जींस और शौर्ट्स नहीं.' 'लेकिन, शैली तो अक्सर जींस ही पहन कर कॉलेज आया करती है. वह भी तो तुम्हारे ही गाँव की है और तुम्हारी सहेली भी' 'तो ?' सुनीता ने उसे एक संशय से भेदभरी दृष्टि से घूरा तो शालीमार तुरन्त ही बोला, 'तुम भी जींस पहन सकती हो?' 'क्यों पहन सकती हूँ?' 'मैं देखना चाहता हूँ कि आधुनिक वस्त्रों में तुम कैसी दिखती हो?' More Likes This चाहत -ए- तपिश - 1 द्वारा Unicorngirl दिल का रिश्ता - 1 द्वारा soni मैं बिखरा नहीं......बस बदल गया - 1 द्वारा vikram kori Mafiya Boss - 1 द्वारा PAYAL PARDHI अनकही मोहब्बत - 1 द्वारा vikram kori अधूरे इश्क की पूरी दास्तान - 1 द्वारा Nirali Ahir मोहब्बत के वो दिन - 1 द्वारा Bikash parajuli अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी