Maryada Purushottam Sri Rama and Sita book and story is written by DINESH KUMAR KEER in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Maryada Purushottam Sri Rama and Sita is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम व सीता दिनू द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 2k Downloads 4.9k Views Writen by दिनू Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रावण अत्यंत विनम्रतापूर्वक मारीचि को झुक कर प्रणाम करता है और मारीचि का माथा ठनक जाता है | रावण बोला मामा मारीचि चलिये स्वर्ण मृग बनना है आपको और राम को छल से भटका कर दूर ले जाना है । रावण जैसे महाबलशाली के द्वारा अपने दस सिरों को झुका कर बीस हाथों से विनम्र प्रणाम को देख कर मारीच मन ही मन सोचता है ,नवनि नीच की अति दुखदाई ।जिमि अंकुश धनु उरग बिलाई ॥भयदायक खल की प्रिय बानी ।जिमि अकाल के कुसुम भवानी ॥नीच का झुकना (विनम्रता) भी अत्यंत दुखदायी परिणाम लाने वाली होती है । जैसे अंकुश More Likes This बुजुर्गो का आशिष - 3 द्वारा Ashish स्पंदन - 1 द्वारा Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 द्वारा Renu चैनल की डिश वाला भूत द्वारा Aariz Billan आत्मज्ञान की यात्रा - सारांश द्वारा atul nalavade मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1 द्वारा Sonali Rawat पावागढ़ मंदिर - भाग 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी