The immortal story of the family sacrifice heroine Manvati Bai book and story is written by DINESH KUMAR KEER in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. The immortal story of the family sacrifice heroine Manvati Bai is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कुटुंब बलिदानी वीरांगना मानवती बाई की अमरकथा दिनू द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 2 3.2k Downloads 8.4k Views Writen by दिनू Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण *एक अनाम कुटुंब बलिदानी वीरांगना मानवती बाई हैहयवंशी की अमरकथा*महारानी लक्ष्मीबाई की सेना में एक प्रमुख पद पर वीर खुमान सिंह हैहयवंशीय तैनात थे जो कि डाकुओं के दमन के लिए भेजी गई टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे डाकुओं से युद्ध करते हुए वीर खुमान सिंह शहीद हुए उनकी मृत्यु उपरांत उनकी धर्मपत्नी मानवती बाई के समक्ष जीविकापार्जन की विकट समस्या आ खड़ी हुई कहते हैं कि जब महारानी लक्ष्मीबाई एक बार नगर भ्रमण को निकली तो उन्होंने मानवती बाई को बाजार में रोते हुए देखा और उनसे कारण पूछा जब महारानी को ज्ञात हुआ कि वह उनके एक More Likes This साक्षात्कार -पीयूष गोयल द्वारा Piyush Goel 110 विचार जो आपकी जिंदगी…. द्वारा Piyush Goel જીવન પ્રેરક વાતો - ભાગ 11 - 12 द्वारा Harshad Kanaiyalal Ashodiya गिरोह द्वारा Anand Tripathi एक अंजानी दोस्ती - पार्ट 1 द्वारा krick प्यारा सा बगीचा द्वारा DINESH KUMAR KEER ग्रीन मेन - 1 द्वारा Green Man अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी