Mohtaz gan aur tantra book and story is written by Yashvant Kothari in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mohtaz gan aur tantra is also popular in Anything in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मोहताज़ गण और तंत्र Yashvant Kothari द्वारा हिंदी कुछ भी 1.2k Downloads 3k Views Writen by Yashvant Kothari Category कुछ भी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण व्यंग्यमोहताज़ गण और तंत्र यशवन्त कोठारीसर्वत्र तंत्र का राज्य है । गण मोहताज है । हर विकास,योजना पर तंत्र का अधिकार है । गण को कोई नहीं पूछता उसेक्या चाहिये । तंत्र जो उचित समझता है, गण को मिलता है । गणको शेयर बाजार की ऊँचाईयां दिखाई जाती है, गण कहता हैशेयर मार्केट देश नहीं है । गण को प्रोपर्टी में बूम दिखाया जाता है,तंत्र कहता है देखो, ये शॉपिंग माल देखो, ये कारपोरेट आफिसदेखो, मगर गण को यह सब नहीं दिखता उसे दिखते है, गरीबमजदूर और आत्महत्याएं करते किसान । जमीन बेचने के बादबीमार, बूढ़े किसान, मजदूर मर रहे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी