didn't think book and story is written by Riya Jaiswal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. didn't think is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सोचा न था Riya Jaiswal द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 8 1.8k Downloads 5.3k Views Writen by Riya Jaiswal Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ससुराल में श्री का आज चौथा दिन था। सभी नई दुल्हन को उसके दुल्हे के साथ आशिर्वाद दिलाने मंदिर जाने की तैयारी में जुटे थे। शादी के बाद तीन दिनों तक श्री को ऐसा लगा, मानो वो कोई शहजादी हो। क्योंकि, सभी उसकी हर जरूरतों का ख्याल रख रहे थे और उसे कोई काम भी करना नहीं पड़ रहा था। हालांकि, कभी कभी यूं बैठे रहकर श्री को बहुत बुरा फिल होता जब उसकी सास ननद पूछ पूछ कर थाली परोसकर सामने रख, खाने की ज़िद करतीं। "भाभी, जल्दी उठिए! मंदिर जाना है।" रात करीब ढाई बजे श्री को उसकी More Likes This જીવન પ્રેરક વાતો - ભાગ 11 - 12 द्वारा Harshad Kanaiyalal Ashodiya गिरोह द्वारा Anand Tripathi एक अंजानी दोस्ती - पार्ट 1 द्वारा krick प्यारा सा बगीचा द्वारा DINESH KUMAR KEER ग्रीन मेन - 1 द्वारा Green Man सामने वाले की पहचान द्वारा Ashish Comfirt Zone द्वारा Ashish अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी