Asks for pain - Rannvijay book and story is written by राजीव तनेजा in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Asks for pain - Rannvijay is also popular in Book Reviews in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. दर्द माँजता है- रणविजय राजीव तनेजा द्वारा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं 2.2k Downloads 5k Views Writen by राजीव तनेजा Category पुस्तक समीक्षाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अमूमन जब भी हम किसी नए या पुराने लेखक का कोई कहानी संकलन पढ़ते हैं तो पाते हैं कि लेखक ने अपनी कहानियों के गुलदस्ते में लगभग एक ही तरह के मिज़ाज़..मूड..स्टाइल और टोन को अपनी कहानियों में बार बार दोहराया है जैसे कि किसी लेखक की कहानियाँ ट्रीटमेंट और विषय के हिसाब से आपको उदासी..अवसाद और निराशा से भरे मंज़र से हर पल रूबरू कराती चलेंगी। तो वहीं किसी अन्य लेखक की कहानियाँ अपने हल्के फुल्के सहज ढंग से आपका मनोरंजन कर बिगड़ी बातों को संभालती चलेंगी। किसी लेखक की कहानियों में आपको पल पल..हर पल गुदगुदाते रोमानी पल More Likes This काग़ज़ के फूल - संजीव गंगवार द्वारा राजीव तनेजा ख़्वाबगाह - सूरज प्रकाश द्वारा राजीव तनेजा घातक कथाएँ - अलंकार रस्तोगी द्वारा राजीव तनेजा Power of the Subconscious Mind Hindi Review द्वारा Mahendra Sharma गुमशुदा क्रेडिट कार्ड्स - ये कहानियां मेरी नज़र में - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha बेहटा कलां - इंदु सिंह द्वारा राजीव तनेजा किसान पुराण आड़ा वक्त -प्रतिभा पाण्डेय द्वारा राज बोहरे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी