STHANIY BOLI KAA VIKAAS book and story is written by Anand M Mishra in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. STHANIY BOLI KAA VIKAAS is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. स्थानीय बोली का विकास Anand M Mishra द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 3 1.5k Downloads 5.3k Views Writen by Anand M Mishra Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बाजारवाद ने स्थानीय भाषा को करीब-करीब समाप्त कर दिया है। एक बालक जन्म के बाद अपनी माँ से भाषा सीखता था। घर के वातवरण तथा आसपास के वातावरण से प्रभावित होकर बच्चा अपनी मातृभाषा सीख लेता था। यह प्रक्रिया इतनी धीमी होती थी कि किसी का ध्यान ही नहीं जाता था। बच्चा अपनी मातृभाषा में धाराप्रवाह बोलने की महारत हासिल कर लेता था। धीरे-धीरे समय बदला। बाजारवाद हावी हुआ। भूमंडलीकरण तथा वैश्वीकरण की गति तेज हुई। ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा मजबूत हुई। रोजी-रोटी के चक्कर में लोगों का अपने स्थान से पलायन प्रारंभ हुआ। इसी में स्थानीय बोली का ह्रास More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी