ekanki dahej book and story is written by ramgopal bhavuk in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. ekanki dahej is also popular in Drama in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. एकांकी- दहेज ramgopal bhavuk द्वारा हिंदी नाटक 3 5.6k Downloads 18.5k Views Writen by ramgopal bhavuk Category नाटक पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण एकांकी- दहेज रामगोपाल भावुक (शहर के आम चौराहे पर शर्मा रेस्टारेन्ट में दो अधेड़ अबस्था के व्यक्ति चाय की चुस्कियों के साथ बातें कर रहे हैं।) विजयवर्गीय- आनन्द बाबू आज सुस्त क्यों दीख रहे हो? आफिस में काम करते समय भी गुमसुम लगे रहे और लंच के समय में भी......। आनन्द- आज मन ठीक नहीं है। विजयवर्गीय-क्यों क्या बात हो गई? आनन्द- कुछ नहीं यों ही....। विजयवर्गीय-अरे यार! अपनों से कोई बात छिपाई नहीं जाती। आनन्द- यही अपनी बच्ची बन्टी है ना, उसके लिये लड़का देखने गया था। विजयवर्गीय- तो क्यार हुआ? आनन्द-वे एक लाख रुपये दहेज More Likes This Rebirth ...! - 2 द्वारा Reshma Janwekar बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 5 द्वारा Maya Hanchate रुह... - भाग 1 द्वारा Komal Talati पहली दस्तक - 2 द्वारा Divya Shree परिवार की खुशियाँ द्वारा Sonu Rj इश्क और इरादे - 5 द्वारा Aarti Garval जिसे समझा मामूली वह निकला करोड़पति - SEASON - Part 2 द्वारा ABHISHEK अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी