TU PATANG MAIN DOR - 2 - last part book and story is written by Shakuntala Sinha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. TU PATANG MAIN DOR - 2 - last part is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. तू है पतंग मैं डोर - 2 - अंतिम भाग S Sinha द्वारा हिंदी लघुकथा 7 2.3k Downloads 7.6k Views Writen by S Sinha Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अंतिम भाग -2 पिछले अंक में आपने पढ़ा कि विकास और मान्यता बचपन के वर्षों बाद कॉलेज में मिलते हैं …. कहानी - तू है पतंग मैं डोर विकास ने हँस कर समझाते हुए कहा " नहीं यार , अभी तक देवदास और पारो वाली बात नहीं है . हम बचपन के बाद आज आमने सामने हुए हैं . ठीक से एक दूसरे को पहचान भी नहीं सके थे . " " तुम वही बंदरी हो . इतनी सुन्दर और स्मार्ट कैसे हो गयी .याद है तुमने मेरा पतंग उड़ाया था .बार बार बंदरी की तरह उछल Novels तू है पतंग मैं डोर मान्यता के घर उसकी बचपन की सहेली शीला आई हुई थी .वह अपने फ्लैट की बालकनी में उसके साथ बैठी चाय पी रही थी . शीला शादी के बाद पहली बार मान्यता से मिली... More Likes This True Love द्वारा Misha Nayra मज़बूत बनकर लौटा समन्दर द्वारा LOTUS पाठशाला द्वारा Kishore Sharma Saraswat डिप्रेशन - भाग 1 द्वारा Neeta Batham मोहब्बत - पार्ट 1 द्वारा mohammad sadique सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी