Sundara and Narli Purnima book and story is written by Ramesh Yadav in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sundara and Narli Purnima is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सुंदरा और नारली पूर्णिमा Ramesh Yadav द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 531 2.1k Downloads 7.2k Views Writen by Ramesh Yadav Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सिंधुदुर्ग जिले में समुद्र किनारे बसे एक छोटे से गांव ओटव में मल्हारी और मैनावती नामक युवक और युवती रहते थे। वे दोनों कोली समाज से थे। कोली अर्थात मछुआरे। मत्स्य व्यवसाय उनका खानदानी पेशा था तथा उनका परिवार भी कोलीवाड़ा ( मछुआरों की बस्ती) में रहता था। समुद्री लहरों से खेलना और अपनी मौज-मस्ती में रहना कोलियों की जीवन शैली का बड़ा पुराना अंदाज रहा है। मल्हारी और मैनावती भी बचपन से ही लहरों के साथ खेलते हुए बड़े हुए थे। उनके घर दूर थे, बावजूद इसके अपना अधिकांश समय वे साथ-साथ गुजारते थे । कोलीवाड़ा में जब भी More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी