Do not wear defeat and fame book and story is written by MANJRI SHARMA in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Do not wear defeat and fame is also popular in Philosophy in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. हार-जीत को प्रतिष्ठा का तमगा ना पहनाएं मंजरी शर्मा द्वारा हिंदी मनोविज्ञान 1 2k Downloads 8.2k Views Writen by मंजरी शर्मा Category मनोविज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज महक के स्कूल में फैंसी ड्रेस कम्पटीशन था, बच्चे से लेकर हर अभिभावक ने खूब मेहनत की थी. कोई सब्ज़ी बना था तो कोई जानवर. नर्सरी में पड़ने वाली प्यारी सी महक को उसकी मम्मी ने स्मार्ट फ़ोन की ड्रेस पहनाई और कुछ लाइन तोते की तरह रटवा रटवा दी. महक के मम्मी-पापा ने छोटी सी बच्ची को कहा-की "तुम ही जीतोगी" और "तुम्हे ही पुरूस्कार" मिलेगा नन्ही -सी बच्ची बहुत खुश हो गई.यही हाल और भी पेरेंट्स का था. हर बच्चा उत्साहित था और सभी माता-पिता चाह रहे थे कि उनका बच्चा ही जीते.फैंसी ड्रेस कम्पटीशन स्टार्ट हुआ More Likes This Successful MAD Tips द्वारा Ashish भय - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सबा - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil चुप्पियों का कथाकार - अर्नेस्ट हेमिंग्वे द्वारा Dr Jaya Shankar Shukla जागृति आवाहन द्वारा Rudra S. Sharma जीवन कैसे जिएं? - 1 द्वारा Priyanshu Jha VIRUS द्वारा ANKIT YADAV अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी