malangi book and story is written by राजनारायण बोहरे in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. malangi is also popular in Animals in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मलंगी ने राजनारायण बोहरे द्वारा हिंदी जानवरों 4 2.8k Downloads 10.2k Views Writen by राजनारायण बोहरे Category जानवरों पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण राजनारायण बोहरे की कहानी मलंगी मैंने एक नजर चारों ओर देखा, तो पाया कि वहाँ केवल बच्चे ही नहीं थे, बल्कि मोहल्ले-भर की औरतें भी जुट आई थी। बीजुरी वाली जीजी द्रवित होती हुई कह रही थीं, ” इस बेचारी ने जिंदगी-भर सबकी सेवा की है, जाने कौन-सा पाप हो गया कि ऐसे कष्ट भोगना पड़ रहे है। “ तुनककर जमुना बोली थी, ” पाप नही ंतो क्या था वो ? छिनारपना तो सबसे बड़ा पाप है। इसने तो सारे जिहाज तोड़ दिए थे, कुछ दिनों से । अब उसी की फल भोग रही है।” बरोदिया वाली, More Likes This कुतिया - 1 द्वारा Baalak lakhani पोर्टर द्वारा Darshita Babubhai Shah डोगी का प्रेम - 1 - चेहरे के भाव पढ लेते है श्वान द्वारा Captain Dharnidhar मलंगी ने द्वारा राजनारायण बोहरे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी