Ek muththi daal aur cookar ki city book and story is written by Saroj in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ek muththi daal aur cookar ki city is also popular in Comedy stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. एक मुट्ठी दाल और कुकर की सीटी Saroj Prajapati द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 16 1.5k Downloads 5.4k Views Writen by Saroj Prajapati Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण शाम को 4:00 बजे शॉपिंग करने के बाद प्रिया व उसके पति रौनक थक हार कर घर में घुसे। सामान रखकर जैसे ही वह बैठी थी कि रौनक बोला "यार बहुत तेज भूख लगी है, कुछ बना दो।" प्रिया उसकी तरफ हैरानी से देखती हुई बोली "क्या रौनक अभी तो 3:00 बजे हमने वहां पर लंच किया था, इतनी जल्दी भूख लग गई?" "अरे यार तुम्हें तो पता है ना कि मेरा बाहर के खाने से पेट नहीं भरता। ज्यादा कुछ नहीं, बस तुम दाल रोटी बना दो।" "क्या दाल रोटी ऐसे ही बन जाएगी? मैं भी तो सुबह से More Likes This मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा pooja कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 द्वारा Roshan baiplawat समानांतर दुनिया - 1 द्वारा Mansi बाबू जी की मुक्त शैली पिटाई - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) चरणनंदन का अभिनंदन - 1 द्वारा Tripti Singh अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी