Gulabo - 2 book and story is written by Neerja Pandey in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Gulabo - 2 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. गुलाबो - भाग 2 Neerja Pandey द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 34 8.8k Downloads 15.4k Views Writen by Neerja Pandey Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण गुलाबो -२उस दिन गुड़ और सत्तू कांड को लेकर अम्मा ने गुलाबो और रज्जो की खूब पिटाई की थी। साथ में ताकीद भी कर दी थी कि अब अगर कोई कांड किया तो सीधा मायके भिजवा देंगी।छड़ी की मार से गुलाबो की उज्ज्वल पीठ पर नीले निशान पड़ गए थे। उसके आँसू रज्जो से ना देखे जा रहे थे...।जैसे ही अम्मा बाहर गई। बड़ी होने के नाते रज्जो अपना दर्द भूल कर गुलाबो की पीठ पर बने गुलाबी-गुलाबी निशान देखने लगी। हल्दी वाला दूध तो Novels गुलाबो दूर से आती लाठी की ठक ठक की आवाज सुनकर रज्जो और गुलाबो चौकन्नी हो गई। दोनों ऊपर छत पर से पड़ोसी की बहू के संग अपना अपना दुखड़ा एक दूसरे से साझा कर रह... More Likes This दिवाकर : दी फादर - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz एमी - भाग 1 द्वारा Pradeep Shrivastava बियोंड वर्ड्स : अ लव बॉर्न इन साइलेंस - भाग 11 द्वारा Dev Srivastava सत्तर - तीस द्वारा dilip kumar सदफ़िया मंज़िल - भाग 1 द्वारा Pradeep Shrivastava अंगद - एक योद्धा। - 8 द्वारा Utpal Tomar रावी की लहरें - भाग 1 द्वारा Sureshbabu Mishra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी