Shahrikaran ke dhabbe book and story is written by Neelam Kulshreshtha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shahrikaran ke dhabbe is also popular in Book Reviews in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. शहरीकरण के धब्बे Neelam Kulshreshtha द्वारा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं 2 1.7k Downloads 5.2k Views Writen by Neelam Kulshreshtha Category पुस्तक समीक्षाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण शहरीकरण के धब्बे मैं कहानी का बहुत अच्छा पाठक नहीं हूं।कारण ये है कि हिन्दी कहाँनियों में संवेदना का समावेश बहुत ज्यादा रहता है विषय भी अक्सर वही वही रहते हैं।आज के बदले हुए युग में जहॉ इन्सान मक्कारी की सारी हदें पार करता जा रहा है,एक भिखारी, एक गरीब,अपा More Likes This काग़ज़ के फूल - संजीव गंगवार द्वारा राजीव तनेजा ख़्वाबगाह - सूरज प्रकाश द्वारा राजीव तनेजा घातक कथाएँ - अलंकार रस्तोगी द्वारा राजीव तनेजा Power of the Subconscious Mind Hindi Review द्वारा Mahendra Sharma गुमशुदा क्रेडिट कार्ड्स - ये कहानियां मेरी नज़र में - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha बेहटा कलां - इंदु सिंह द्वारा राजीव तनेजा किसान पुराण आड़ा वक्त -प्रतिभा पाण्डेय द्वारा राज बोहरे अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी