bahurupiya book and story is written by Ranjana Jaiswal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. bahurupiya is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. बहुरूपिया Ranjana Jaiswal द्वारा हिंदी महिला विशेष 3 2.4k Downloads 13.7k Views Writen by Ranjana Jaiswal Category महिला विशेष पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वर्षों बाद उसे देख रही थी।वह मेरी एक रिश्तेदार का देवर था। मैं उसके सन जैसे सफेद बालों के कारण पहचान ही नही पाई।चेहरे में ज्यादा बदलाव नहीं था।वही बैल जैसी उभरी हुई आँखें ,तोते जैसी नुकीली नाक और पान से लाल मुँह।मैंने पूछा --कैसे है?ईश्वर की असीम कृपा है।सच्चा आदमी हूँ।अपना फर्ज निभाता हूँ।धर्म का आचरण करता हूँ सामाजिक हूँ,इसलिए ईश्वर की विशेष कृपा है।सचमुच आप महान है--मैं मुस्कुराईउसका चेहरा उतर गया उसे लगा कि मेरी मुस्कुराहट में रहस्य है।उसने थोड़ी नाराजगी से कहा--मुझें इसकी परवाह नहीं कि नास्तिक लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं ?मैंने हमेशा धर्म निभाया है More Likes This चौबोली रानी - भाग 5 द्वारा Salim चुप्पी - भाग - 1 द्वारा Ratna Pandey मुक्त - भाग 3 द्वारा Neeraj Sharma शोहरत का घमंड - 99 द्वारा shama parveen नशे की रात - भाग -1 द्वारा Ratna Pandey मंजिले - भाग 6 द्वारा Neeraj Sharma जरूरी था - 1 द्वारा Komal Mehta अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी